कोयला संकट के बीच घटा एसईसीएल उत्पादन

व्यूरो
कोरबा:देश में बने कोयला संकट के हालात के बीच एसईसीएल का रोजाना उत्पादन कम हो गया है. एसईसीएल को रोजाना 4 लाख 65 हजार टन कोयला उत्पादन करना है. पिछले सप्ताह तक एसईसीएल इस लक्ष्य के मुकाबले 4.50 लाख टन तक रोजाना कोयला खनन कर रहा था. अब इसमें कमी आ गई है. 3.83 से 4 लाख टन तक ही उत्पादन हो पा रहा है.
कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एसईसीएल को मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए 182 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है. इस लक्ष्य को पूरा करने एसईसीएल के सामने हर माह उत्पादन टारगेट सेट किया जाता है. इसके अनुरूप ही डेली टारगेट भी तय होता है. इस प्रकार एसईसीएल को लक्ष्य तक पहुंचने रोजाना 4 लाख 65 हजार टन कोयला उत्पादन करना है. पिछले दिनों इस लक्ष्य के मुकाबले साढ़े चार लाख टन तक उत्पादन और डिस्पेच एसईसीएल कर रहा था. मगर अब एसईसीएल के डेली प्रोडक्शन में गिरावट आई है. 14 मई को 4 लाख, 15 मई को 3 लाख 84 हजार एवं 16 मई को 4 लाख 4 हजार टन उत्पादन किया गया. ऐसे में प्रबंधन के अफसर भी उत्पादन बढ़ाने मेगा परियोजनाओं का दौरा कर रहे हैं. दो दिन पूर्व ही सीएमडी डॉ. पीएस मिश्रा मेगा परियोजना गेवरा का जायजा लेने पहुंचे थे. उन्होंने भी कार्य निष्पादन की समीक्षा के साथ कोयला उत्पादन और डिस्पेच बढ़ाने विभागीय वाहनों के अधिकाधिक उपयोग के निर्देश दिए हैं.

डेली प्रोडक्शन में कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी नार्दन कोल फिल्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) और | महानदी कोल फिल्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) बेहतर प्रदर्शन कर रही है. एनसीएल को 3 लाख 50 हजार टन डेली टारगेट दिया गया है. इसके मुकाबले एनसीएल तीन लाख 55 हजार टन से भी अधिक कोयला खनन रोजाना कर रही है. वही एमसीएल 4 लाख 75 हजार बटन के मुकाबले 5 लाख टन से भी ज्यादा उत्पादन कर रही है. यही वजह है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में एमसीएल ने अब तक सबसे ज्यादा कोयला उत्पादन कर लिया है.

 

 

 

 

 

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